किन लोगों में अधिक खतरा होता है?
1 – खासकर *बूढ़े* लोगों में
2- ऐसे लोग ,जिनको *ब्लड प्रेशर और डायबिटीज* की समस्या है ,
3- जो लोग *धूम्रपान* करते हैं
4- ऐसे लोग जिनकी *दिनचर्या नियमित नहीं है*, एवं खान पान में *तैलीय एवं मसालेदार खाना* अधिक खाते हों।
5- जिनको पहले से *फालिज का झटका* लग चुका हो या फिर *दिल की , गुर्दे की ,या खून गाढ़ा* होने की बीमारी हो।
*लक्षण* –
1- अचानक *सिर में तेज दर्द* होना
2- *चक्कर* आना
3- *उल्टी , मितली* आना
4- कोई चीज *डबल दिखने* लगे
5- शरीर के किसी एक तरफ *अचानक से कमजोरी* लगने लगे या *हाथ पैर सुन* पड़ जाए ,या *झनझनाहट* हो
6-चेहरा *एक साइड से टेढ़ा* हो जाए
7- *आवाज़ में लड़खड़ाहट* होने लगे
अगर इस तरह के लक्षण दिखे तो तुरंत समझ जाएं कि ये *फालिज ( लकवा / स्ट्रोक )* के कारण हो सकता है ..
ऐसे में तुरंत किसी अच्छे डॉ० से बिना देर किए परामर्श लें ।
सिर का *सीटी स्कैन* करवाने की जरूरत पड़ती है ।
याद रखें लकवा के केस में *जितनी जल्दी इलाज* शुरू होगा ,ठीक होने की *संभावना उतना अधिक* होती है। जितना देर होगी , रिकवरी के चांसेज उतने ही कम होते जाएंगे ।
*बचाव* –
1- बीपी और शुगर की *नियमित जांच करवाएं* , और इनको नॉर्मल रेंज में रखें । अगर दवा खाते हैं तो दवाई का रेगुलर सेवन करें । दवाई किसी भी हालत में मिस ना करें ।
2- *ठंडे पानी से नहाने से बचें*, गुनगुने पानी से नहाएं।
नहाते समय कभी भी *पानी को सीधे सिर पे न डालें* ,बल्कि पहले पैरों पे डालें,उसके बाद पेट और कंधो पे, और सबसे अंत में सिर पे पानी डालें
3- *गरम कमरे से अचानक बाहर न निकले* ,बल्कि कुछ मिनट दरवाजे के पास खड़े हो कर थोड़ा तापमान बराबर होने दें ,उसके बाद ही बाहर निकलें।
4- बाहर जाना हो ,या बाइक चलाते समय , *नाक और कान किसी गरम मफलर से अच्छे से ढक लें* ।
5- खाने पीने का विशेष ध्यान दें , *अत्यधिक तेल मसाले वाली चीज़ों से बचें* ,
6- *हल्का फुल्का व्यायाम अवश्य करें* ।
7- *धूम्रपान न करें*
समस्या होने पे डॉ० को बिना देर किए दिखाएं।
✍️ *डॉ० मिर्ज़ा आदिल बेग*
MBBS,MD ( Gen Med)