ठेकमा आजमगढ़
केंद्र कि मोदी सरकार प्रदेश सरकार की योगी सरकार की मंशा है जो जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं वह सीधे लाभार्थियों तक पहुंचे और गांव का विकास हो मुख्यमंत्री के लाख कोशिशों के बावजूद भी गांव तक योजनाएं नहीं पहुंच रही है
जिस पर आप कह सकते हैं अधिकारियों की घोर लापरवाही है मुख्यमंत्री द्वारा जो योजनाएं चलाई जाती है वह जिले के जिलाधिकारी के माध्यम से सीडीओ को दिया जाता है सीडीओ द्वारा डीपीआरओ को दिया जाता है इसके बाद डीपीआरओ द्वारा जिले के हर ब्लाकों पर बीडीओ को दिया जाता है और वीडियो द्वारा एडीओ पंचायत को फिर ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्राम प्रधान ,पंचायत मित्र द्वारा गांवो में सर्वे के माध्यम से हर घर उस योजना को पहुंचाई जाती है जिससे विकास हो सके नाली खड़ंजा आवास पेंशन मनरेगा योजना शौचालय सामुदायिक शौचालय आदि योजनाओं का संचालन किया जाता है
लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और होता है सरकार द्वारा करोड़ों रुपये गांवो में खर्च किया जा रहा है लेकिन विकास कार्य नहीं दिख रहा है
आजमगढ़ जिले के ठेकमा विकास खंड अंतर्गत कुड़िहर गांव में नाली खड़ंजा आरसीसी रोड सामुदायिक शौचालय का हाल बद से बदतर है बरसात के समय आप खड़ंजा मार्ग से पैदल नहीं चल सकते पूरा खड़ंजा टूटा हुआ है सड़क पर गड्ढे बने हुए हैं पानी कीचड़ भरा हुआ है साइकिल मोटरसाइकिल सवार गिर जा रहे हैं यही हाल आरसीसी रोड का है जहां पर दोनों तरफ से अवैध अतिक्रमण किया गया है रोड पर बांस की झाल लटकी हुई हैं दूसरी तरफ घूर फेंका जा रहा है जो बहकर रोड पर ही आ रहा है आप पैदल नहीं चल सकते आरसीसी रोड दिख नहीं रहा है गांव में सुबह स्कूली गाड़ी बच्चों को लेने आती है जो घर तक नहीं पहुंच पाती है गांव के बाहर ही लोग बच्चों को लेकर जाते हैं अगर कोई गाड़ी लेकर गांव में पहुंच गई तो गाड़ी रास्ते में ही फंस जाती है रोड पर कीचड़ पानी जमा है खड़ंजा मार्ग तो गड्ढे में तब्दील हो गया है पानी और कीचड़ इस तरह भर गया है कि लोग जाने में सोचते हैं बहुत ही दयनीय हाल गांव का है कभी बड़ी घटना घट सकती है वही नाली पूरी तरह कीचड़ से बज बजा रही है
रोड पर बांस लटका हुआ है कीचड़ भरा है जब इस संबंध में सफाई कर्मी से बात की गई तो मौके पर तत्काल सफाई कर्मी पहुंचा और जो बास लटका हुआ था उसको काटकर साफ़ किया काफी हद तक रोड की सफाई किया गया
अब बात करें सामुदायिक शौचालय की जो बनकर तैयार है लेकिन उसमें आज तक बर्तन नहीं लगा है बाहर से ताला बंद रहता है समरसेबल पंप का बोरिंग है वह भी दयनीय हालत में पड़ा है लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी सामुदायिक शौचालय का कोई मतलब नहीं है जबकि ₹6000 देखरेख के लिए दिया जाता है शासन की मनसा है गांव के लोग स्वच्छता अभियान पर ध्यान देते हुए सामुदायिक शौचालय में जाएंगे जिससे रोड पर गंदगी नहीं होगी लेकिन आज तक इस सामुदायिक शौचालय का कोई उपयोग नहीं हो पाया होगा भी तो कैसे अभी तक बर्तन नहीं बैठा है हां ग्रामीणों के पाइप आदि रखने का साधन जरूर हो गया है इस संबंध में ब्लॉक के बीडियो, एडीओ पंचायत से कहा गया लेकिन आश्वासन ही मिला और आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई वही सीडीओ आजमगढ़ द्वारा जूम एप के माध्यम से ऑनलाइन सामुदायिक शौचालय का निरीक्षण किया जा रहा है लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है गांव में काफी परेशानी है अधिकारियों से लोगों की मांग है नाली रास्ता खड़ंजा सामुदायिक शौचालय को सुधारा जाए जिससे विकास कार्य हो सके गांव विकास से कोसों दूर है।
इस संबंध में वीडियो अखिलेश मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने ग्राम पंचायत अधिकारी को निर्देशित किया जिस पर ग्राम पंचायत अधिकारी रवि गुप्ता ने बताया कि जो सामुदायिक शौचालय बना है वह अपूर्ण है पूर्व प्रधान के द्वारा बनाया गया है अभी तक पेमेंट नहीं हुआ है जांच चल रही है जल सुधारा जाएगा और जो खड़ंजा मार्ग है वह रिपेयर किया जा रहा है प्रधान द्वारा जल्द ठीक हो जाएगा
अब अधिकारी तो इस संबंध में सफाई भी दे दिए लेकिन बात यह है कि साल भर के ऊपर इसका निर्माण कार्य हुए हो गया है लेकिन क्यों अभी तक यह अपूर्ण है क्या कारण है यह जांच का विषय है इस पर अधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है।