बरेली राष्ट्रीय सैनिक छात्र सेवा परिषद अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने पशु आश्रय केंद्रों में उचित व्यवस्था ना होने से बेसहारा मवेशी भूखमरी या फिर कूड़े में भोजन की तलाश कर रहे हैं खाने के साथ पॉलिथीन भी उनके पेट में जा रही है जिसकी वजह से या तो वह बीमार हो रहे हैं या फिर उनकी मौत हो जाती हैं तभी गौ वंश कि रक्षा हेतु आगे आए अंकित शुक्ला ने गौ वंश को लेकर गांव में
जहां पर उनके रहने से लेकर खाने-पीने घायल गाय कि दवा की व्यवस्था कर रहे है लेकिन सरकार का सपना धरातल पर खरा नहीं उतर पा रहा है समाजसेवी अंकित शुक्ला ने बताया क्षेत्र में गायों के लिए ग्राम पंचायत में कई एकड़ जमीन है लेकिन उसके बावजूद भी गाय बेसहारा हो चुकी हैं जो गोवंश आश्रम में रखे गए हैं तो वहां पर ना तो उनके रहने की उचित व्यवस्था है और ना ही खाने की
पशु आश्रय केंद्रों की हालत मवेशियों के लिए हर समय चारे का संकट रहता है खाने के चक्कर में पशु आश्रय केंद्रों के मवेशियों को छोड़ दिया जाता है जो किसानों की फसलों को चर जाती हैं जनपद के कई क्षेत्रों के अंतर्गत जैसे पूर्वा मंगत खेड़ा मौरावा विघापुर सोहरामऊ मुंशीगंज सफीपुर व अन्य गांव में बेसहारा मवेशी घूमा करते हैं अंकित शुक्ला ने बताया मवेशियों के झुंड किसानों की फसल भी चर जाते हैं हालांकि क्षेत्रों में पशु आश्रय केंद्र बनाए गए हैं जहां बेसहारा मवेशियों को रखा जाता है लेकिन वहां पर सही
ढंग से देखभाल ना होने और चारा ना मिलने की वजह से बाहर छोड़ दिया जाता है किसानों का कहना है कि हजारों रुपए खर्च करके किसी तरह फसल की बुवाई की जाती है रात रात जागकर फसलों की सुरक्षा की जाती है उसके बावजूद मवेशी फसल चर जाते हैं।