आज बुधवार को पुलिस अधीक्षक के द्वारा अपराध और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान और अपर पुलिस अधीक्षक नगर के कुशल निर्देशन सीओ लालगंज के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक शशि मौली पांडे थाना देवगांव में हमराही पुलिस बल और एसओजी प्रभारी राजकुमार सिंह ने टीम के साथ देवगांव में मौजूद थे कि मुखबिर खास द्वारा सूचना मिली की चार वाहन चोर चोरी की मोटरसाइकिल को लेकर निहोरगंज की तरफ से देवगांव की तरफ आ रहे हैं और वाराणसी की और बेचने के लिए जाने वाले हैं। अगर शीघ्रता की जाए तो पकड़े जा सकते हैं। मुखबिर की बात पर विश्वास करके बरामदगी और गिरफ्तारी के दृष्टिगत पुलिस बल को 3 टीम में विभक्त कर मय मुखबिर के बताए हुए स्थान के लिए रवाना होकर मोलनापुर ओवर ब्रिज के पास पहुंचकर वाहन और व्यक्तियों की चेकिंग प्रारंभ की गई कुछ देर बाद निहोरगंज की तरफ से मोटरसाइकिल आती दिखाई दीं। जिन्हें देख कर मुखबिर ने बताया कि यही मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति हैं। मोटरसाइकिल सवार चारों व्यक्तियों के पास आने पर रुकने का इशारा किया गया तो सभी हड़बड़ा कर गाड़ी को मोड़ कर भागना चाहे कि लड़खड़ा कर चारों व्यक्ति गिर गए। खुद पुलिस से घिरा देखकर चारों बदमाश हम पुलिस वालों को देखकर बोले कि पुलिस वाले आ गए मारो नहीं तो हम लोग पकड़े जाएंगे। तब तक पुलिस वालों को देख कर एक बदमाश जान मारने की नियत से फायर कर दिया लेकिन पुलिस वाले हिकमत आमली से अपने प्रशिक्षण का लाभ लेते हुए अपने को बचाते हुए बदमाशों को ललकारा और बताया गया कि तुम लोग चारों तरफ से पुलिस से गिर गए हो। अपने आप को पुलिस के हवाले कर दो तब तक पुलिस वाले चारों तरफ से घेर कर मौके पर ही आवश्यक बल का प्रयोग कर चारों व्यक्तियों को पकड़ लिया गया। पकड़े गए व्यक्तियों से नाम पता पूछने पर एक में अपना नाम शिवाजी उर्फ चर्चित नाथ निवासी बगौना पोस्ट करसड़ा थाना मेहनाजपुर दूसरे ने अपना नाम मोनू यादव पुत्र मुलायम यादव निवासी जरासी पोस्ट बजरंग नगर थाना चंदवक जनपद जौनपुर बताया जामा तलाशी ली गई तो दाहिने हाथ में एक अदद तमंचा 315 बोर और पहने पेंट के दाहिने जेब से एक जिंदा कारतूस 315 बोर बरामद हुआ। तीसरे ने अपना नाम राजू यादव पुत्र फिरतू यादव निवासी भारतीपुर थाना तरवां जनपद आजमगढ़ चौथे ने अपना नाम गोपाल सिंह पुत्र कपिल सिंह निवासी करदह, कैथौली थाना मरदह जनपद गाजीपुर बताया। पकड़े अभियुक्तों से कड़ाई के साथ पूछताछ की गई तो सभी ने एक स्वर में बताया कि हम सभी का एक संगठित गिरोह है जिसमें शिवाजी और चर्चितनाथ पुत्र शोभनाथ निवासी बगौना पोस्ट करसड़ा थाना मेहनाजपुर आजमगढ़, मोनू यादव पुत्र मुलायम जरासी, राजू पुत्र फिरतू निवासी भर्तीपुर थाना तरवां जनपद आजमगढ़, गोपाल सिंह पुत्र कपिल सिंह निवासी करदह कैथौली थाना मरदह जनपद गाजीपुर, दानिश पुत्र जैनुल हसन निवासी शिउरी अमहट थाना बड़ेसर जनपद गाजीपुर और अनिल यादव पुत्र जिलाजीत निवासी ठकठउवा, करिया गोपालपुर देवगांव आजमगढ़ हैं। हम सभी सामूहिक रूप से व अलग अलग विभिन्न जनपदों आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर के थाना क्षेत्र के देवगांव, मेहनाजपुर, बरदह, मेंहनगर, चंदवक, गौरा बादशाहपुर, सादात आदि से गाड़ियों की चोरी और लूट किए हैं। पकड़ी गई सभी गाड़ियां हम सभी लोगों ने मिलकर चुराई हैं। गाड़ियों को चोरी करके योजना के तहत गाड़ियों का नंबर प्लेट बदलकर गाड़ियों का रंग बदलकर और गाड़ियों के जाली फर्जी कागजात तैयार कराकर उसे 20 से ₹25000 में बेच देते हैं। उन्होंने बताया कि अफरोज पुत्र मोयन निवासी मोहम्मदाबाद जिला गाजीपुर से 3000 में जाली फर्जी कागजात तैयार कराते हैं। आज हम सभी गाड़ियों को बेचने के लिए लेकर जा रहे थे कि पकड़े गए। कड़ाई से पूछताछ पर बताया कि मेरे दो साथी दानिश शाह पुत्र जैनुल हसन और अनिल यादव निवासी ठकठउवा करिया गोपालपुर थाना देवगांव शेखपुर बछौली रामगढ़ में मुर्गी फार्म के पास कुछ चोरी की मोटरसाइकिल रखी है यदि हम सबको ले चलें तो बरामद हो सकती है। अभियुक्तों की निशानदेही पर उपरोक्त गाड़ियां बरामद की गईं।
अभियुक्तों ने कड़ाई से पूछताछ करने पर बताया कि हम सभी लोग मिलकर गाड़ियां चोरी करके रंग बदलकर जाली दस्तावेज लगाकर बेचते हैं और जो पैसा प्राप्त होता है उसको आपस में बांट लेते हैं। अनिल यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले सुबह के समय देवगांव कस्बे में मेडिकल स्टोर पर मैं तथा मोनू यादव दवा लेने के बहाने पहुंचकर दुकानदार को 500 के नोट दिए पैसा वापस करने के लिए झुका तो उसके गले में सोने की चेन छीन कर ले कर भाग गए और ₹25000 में बेच दिए। जो पैसा मिला उसको बराबर बांट लिया सभी ने बताया कि साहब सभी गाड़ियां चोरी की हैं जिन्हें हम लोगों ने लालगंज देवगांव ठेकमा बरदह मेहनाजपुर मेहनगर चंदवक केराकत गौराबादशाहपुर सादात आदि स्थान से चुराया है और बताया कि अफरोज पुत्र मोचन थाना मोहम्मदाबाद गाज़ीपुर से 3000 में जाली फर्जी कागजात तैयार कराते हैं और उन्हें कागजों के आधार पर चोरी की गई गाड़ी को सही कागज बताकर बेच देते हैं।
गिरफ्तारी बरामदगी के आधार पर थाना स्थानीय पर अभियोग पंजीकृत कर गिरफ्तार शुदा व्यक्ति के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्रवाई की गई। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक शशि मौलि पांडेय, वरिष्ठ उप निरीक्षक तारकेश्वर राय, उपनिरीक्षक अनुपम जायसवाल, उप निरीक्षक उमेश चंद यादव, हेड कांस्टेबल संजय दुबे, कांस्टेबल भानु प्रताप यादव, कांस्टेबल धरणीधर शुक्ला, कांस्टेबल विनोद कुमार, कांस्टेबल आशीष कुमार, एसओजी प्रभारी राजकुमार सिंह, कांस्टेबल प्रदीप पांडे एसओजी आजमगढ़, कांस्टेबल सनी नागर एसओजी, कांस्टेबल सुनील प्रजापति एसओजी, कांस्टेबल अवनीश सिंह, राजेश यादव, कांस्टेबल यशवंत सिंह एसओजी मौजूद रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट मिर्ज़ा तारिक़ बेग