ब्यूरो रिपोर्ट मिर्जा तारिक बेग
आज के समय में दिल की बीमारियों के बाद, जो सबसे ज़्यादा तेज़ी से लोगों को अपनी गिरफ्त में लेने वाली बीमारी है, वो है गुर्दे ( किडनी) का फेल हो जाना …
गुर्दों के फेल हो जाने की जो सबसे बड़ी वजहें हैं …. उनमें uncontrolled ब्लड प्रेशर , शुगर और दर्द निवारक दवाएं मुख्य हैं ।
आज के समय में गलत खान पान और गलत दिनचर्या की वजह से लोग तेजी से शुगर और ब्लड प्रेशर की गिरफ्त में आते जा रहें हैं । एक बार ब्लड प्रेशर और शुगर या दोनो में से कोई एक ,किसी को हुआ तो , वो अंग जिनके ऊपर सबसे पहले असर पड़ता है वो हैं आपकी आंखें , दिल एवं गुर्दे ।
इस लिए शुगर बीपी को कंट्रोल में रखने के लिए एक नियमित दिनचर्या अपनाएं, व्यायाम जरूर करें , खाने पीने में संतुलन बनाएं ।
40 साल के ऊपर के लोग नमक का सेवन कम कर दें ।
गुर्दों को स्वस्थ्य रखने के लिए पानी ज्यादा से ज्यादा पिएं ! दर्द निवारक गोलियां बिना जरूरत के एवं बहुत लंबे समय तक न खाएं ।
जिनको शुगर एवं बीपी है वो लोग नियमित रूप से अपना ब्लड यूरिया एवं क्रिएटिनिन की जांच करवाते रहें ।
प्रायः ये देखने में आता है की लोगों में ये गलतफहमी रहती है की अगर किसी मरीज़ को एक बार डायलिसिस शुरू हो गई तो जिंदगी भर डायलिसिस करवानी पड़ेगी ।
ऐसा नहीं है ।
कभी कभी गुर्दे वक्ति तौर पे खराब हो जाते हैं, जिसको acute kidney injury बोलते हैं , ऐसे मरीजों को जल्दी जल्दी 3- 4 बार डायलिसिस करवाने से गुर्दो के ऊपर जो बोझ बढ़ा हुआ होता है ,वो खत्म हो जाता है और वो पहले जैसा काम करने लगते हैं ।
परमानेंट डायलिसिस की आवश्यकता तभी पड़ती है, जब मरीज़ को uncontrolled शुगर , बीपी की वजह से Chronic kidney disease ( CKD ) हो जाती है ।
इस लिए पानी पीने मे कंजूसी न करें , शुगर बीपी नॉर्मल रखें , खान पान का विशेष ध्यान रखें , उल्टी सीधी दवाएं खास कर दर्द की दवाएं ज्यादा न खाएं , रेगुलर व्यायाम करें , तले भुने चटखारेदार खाने , एवं धूम्रपान से बचें , और एक स्वस्थ जीवन की तरफ सदैव अग्रसर रहें ।
Dr. Mirza Adil Beig MBBS (MD)