• श्रीमती मान्ती सिंह, मुख्य नर्सिंग अधीक्षक तथा श्रीमती रूपिंदर कौर, लेडी हेल्थ विजिटर ने लगभग 40,000-40,000 टीका लगाकर उत्कृष्ट सेवा प्रदान किया, जिसकी की जा रही सराहना
• बरेका टीकाकरण केन्द्र पर आज 11 अक्टू्बर तक लगभग 1,20,000 डोज लगाकर बरेका ने कम समय में नया कीर्तिमान स्था्पित किया
• मेड इन इंडिया खादी वस्त्र को मिला बरेका में बढ़ावा- बरेका अधिकारी एवं कर्मचारी खादी वस्त्र पहन कर आ रहे अपने कार्यस्थकल
माननीय प्रधानमंत्री के विश्व के सबसे बड़े एवं मुफ्त कोविड टीकाकरण अभियान के तहत बनारस रेल इंजन कारखाना के चिकित्सालय द्वारा निर्वाध रूप से टीकाकरण किया जा रहा है । इस टीकाकरण अभियान की सफलता में प्रदेश सरकार के समन्वाय एवं स्थाानीय प्रशासन के सहयोग से बरेका चिकित्साालय के पैरामेडिकल नर्सिंग स्टॉफ के अथक परिश्रम से बरेका टीकाकरण केन्द्रस पर आज 11 अक्टू बर तक लगभग 1,20,000 डोज लगाकर बरेका ने कम समय में नया कीर्तिमान स्थाापित किया । इसी क्रम में बरेका के दो नर्सिंग स्टॉफ श्रीमती मान्ती सिंह, मुख्य् नर्सिंग अधीक्षक तथा श्रीमती रूपिंदर कौर, लेडी हेल्थ विजिटर ने लगभग 40000-40000 टीका लगाकर उत्कृष्ट सेवा प्रदान कर मानवता के लिए एक मिशाल कायम किया । जिसके लिए महाप्रबंधक ने उन्हें विशिष्ट पुरस्कार देकर उत्साहित व सम्मानित किया । इस अवसर पर बरेका के प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुजीत मल्लीक एवं उप महाप्रबंधक श्री विजय उपस्थित थे। महाप्रबंधक ने करतल ध्वनि से प्रशंसा करते हुए कहा कि यह बरेका चिकित्सकों, पैरामेडिकल नर्सिंग स्टॉफ का जनसामान्य के प्रति सेवा भाव, समर्पण एवं निष्ठा को दर्शाता है ।
उल्लेखनीय है कि 15 जुलाई 2021 तक टीकों का 50,000 डोज, 18 अगस्त 2021 तक टीकों का 75,000 डोज, 13 सितम्बार 2021 को टीकों का 1,00,000 डोज लगाकर बरेका ने कम समय में कीर्तिमान स्थापित किया है, जो बरेका के लिए बड़े गर्व की बात है ।
मेड इन इंडिया को प्रोमोट करने एवं खादी वस्त्रों को परिधान का हिस्सा बनाने के लिए बरेका में एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत बरेका में खादी वस्त्रों की प्रदर्शनी लगायी गयी, जिसमें हर तरह के महिला एवं पुरूष परिधान उपलब्धत है । बरेका कर्मचारियों ने बड़े ही उत्साह के साथ खादी वस्त्रों को खरीद कर अपने परिधान का हिस्स। बना रहा है । जिसके लिए महाप्रबंधक महोदया ने प्रसन्नता जाहिर की और स्वयं भी खादी वस्त्र पहन कर कार्यालय आ रही हैं । जिससे खादी वस्त्रों का व्यापक प्रचार-प्रसार हो रहा है ।