समीक्षा के दौरान ओवर लोडिंग वाहनों की चेकिंग में धीमा गति पाये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने एआरटीओ को निर्देश दिये कि शहर के अन्दर से जो भी ओवर लोडिंग वाहन गुजर रहे हैं, उनकी चेकिंग करते हुए आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। इसी के साथ ही उन्होने यह भी निर्देश दिये कि बस अड्डों पर जो भी बसें खड़ी हो रही हैं, उनके परमिट के वैधता की तिथि एवं उससे संबंधित अन्य सूचनाओं को बसों पर प्रदर्शित करायें।
जिलाधिकारी ने यातायात पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिये कि 03 वर्ष के अन्दर जितने भी ब्लैक स्पॉट की सूची बनायी गयी है, उसकी सूची पीडब्ल्यूडी को जल्द से जल्द उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सूची के अनुसार जितने भी ब्लैक स्पॉट हैं, उन स्थानों पर रिफ्लेक्टर, बोरी, स्ट्रीप (अस्थाई मेजर) को अगले दस दिनों में लगाना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जहां भी सड़क दुर्घटनाएं हों, वहां पर डायल 108 एम्बूलेंस तत्काल पहुंचे, इसकी मानिटरिंग करते रहें और एम्बूलेंस के निर्धारित रिस्पॉन्ड टाइम का भी ध्यान रखें। उन्होने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका आजमगढ़ को निर्देश दिये कि ऑटो एवं ई-रिक्शा के लिए जो भी पार्किंग स्थल निर्धारित किये गये हैं, उसकी सूची जल्द से जल्द पीडब्ल्यूडी को उपलब्ध कराते हुए एनओसी प्राप्त कर बनाये जा रहे पार्किंग स्थल को सक्रिय करें। इसी के साथ ही शहर क्षेत्र में जन सामान्य के भीड़ को देखते हुए सिविल लाइन के आस-पास जन सामान्य के वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग स्थल का चयन करें। उन्होने कहा कि जिन स्थानों पर सड़कें चौड़ी हैं, उन सड़कों के किनारे भी वाहनों के पार्किंग के लिए नियमानुसार जगहों का चिन्हांकन करें।
इस अवसर पर यातायात पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग, पीडब्ल्यूडी के संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।